विविध ख़बरें

जिन्होंने नहीं किया ईमानदारी से काम वह सभी दोषी: छविन्द्र कर्मा

नाबालिग गर्भवती मामले में छविन्द्र ने ली पत्रवार्ता, कहा जल्द हो कार्रवाई

दंतेवाड़ा। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता छविन्द्र कर्मा ने आज नाबालिग के गर्भवती मामले में प्रेसवार्ता ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह घटना जिले को शर्मशार करने वाली है। एक भरोसे के साथ अभिभावक अपने बच्चों को शिक्षकों के भरोसे छोड़ते हैं, लेकिन इस तरह की लापरवाही से उनका भरोसा भी शिक्षा व्यवस्था से उठ रहा है। तत्कालीन कलेक्टर ओपीचौधरी के कार्यकाल में भी इस तरह की घटना हुई थी, जिसका हमनें पुरजोर विरोध था। इस घटना के लिए वो सारे अफसर दोषी हैं, जिन्होंने अपना काम ईमानदारी से नहीं किया। अधिकारियों को समय-समय पर आश्रम-छात्रावासों का निरीक्षण करना चाहिए ताकि वहां पदस्थ कर्मचारी अपना काम ईमानदारी से करें। छविन्द्र कर्मा ने आगे कहा कि हर महीने सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण होना चाहिए, जिससे उनके स्वास्थ्य की जानकारी संस्था को रहें।

उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि इस मामले में पहला दोष सहायक आयुक्त आदिवासी, दूसरा मंडल संयोजक और तीसरा दोष वार्डन का है। इस घटना को लेकर जब मैने सहायक आयुक्त से फोन पर बात की तो उन्होंने बड़े ही गैर जिम्मेदाराना अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि दो महीनों से वार्डन छुट्टी पर है। जिले के बड़े अधिकारी जब इस तरह का जवाब देंगे तो उनके नीचे कार्य करने वाले कर्मचारियों कितनी लापरवाही बरत रहे हैं इस बात का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। छविन्द्र ने कहा कि शिक्षा का स्तर जिला में लगातार गिरता जा रहा है। अधिकारी फील्ड में कार्य करना छोड़ मुख्यालय में ही रहना पंसद कर रहे हैं, जिससे इस तरह की घटना सामने आ रही है। श्री कर्मा नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओ की पुनरावृति न हो इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। इस घटना में शामिल सभी जिम्मेदार लोगों पर अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए। आश्रम शालाओं के सुरक्षा का मापदंड तय होना चाहिए। इस घटना में वह डॉक्टर भी दोषी हैं जो इतनी बड़ी डिग्री होने के बावजूद एडमिट हुई बच्ची को देख कर अंदाजा नहीं लगा सके कि वह गर्भवती है। क्या उनकी डिग्री फर्जी है? महिला एवं बाल विकास विभाग भी उतना ही दोषी है, जो ऐसी घटनाओ को रोकने कोई कार्यशाला आयोजित नहीं की जिससे जागरूकता आए। इस प्रेसवार्ता से हमारी मांग है कि दोषी अफसरों पर सख्त कार्यवाही हो और एफआईआर दर्ज होना चाहिए। इस दौरान कांग्रेसी नेता मनोज करौव एवं भास्कर राठौर मौजूद थे।

Kavi Sinha

संपादक, द दंतेवाड़ा फाइल्स

Related Articles

Back to top button