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अपने ही जाल में फंसते जा रहा बीडीएफ, पढ़िए बीडीएफ के काले कारनामों की खास रिपोर्ट

दंतेवाड़ा में बस्तर डेयरी फार्म (BDF) की लस्सी ने अपनी “सेहतमंद” छवि को इतनी बुरी तरह बर्बाद किया है कि अब ग्राहक खुद से पूछ रहे हैं. क्या हम दूध-लस्सी नहीं, ज़हर खरीद रहे हैं? एक ब्रांड जिसे लोग स्वास्थ्य और भरोसे का पर्याय मानते थे, अब घिन और गुस्से का प्रतीक बन चुका है।

लस्सी में तैरते कीड़े…. घिनौनी सच्चाई का पर्दाफाश

दंतेवाड़ा के सौरभ डेली नीड्स के मालिक ने एक ऐसी घटना का खुलासा किया जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। उन्होंने बताया….
एक ग्राहक ने मुझसे लस्सी मांगी। मैंने डिब्बा दिया, लेकिन जैसे ही उसने डिब्बा खोला, उसमें गंदा काला तरल और कीड़े तैरते दिखे।शक के आधार पर जब सौरभ ने लगातार 5 और डिब्बे खोले, तो हर बार वही नजारा! लस्सी के नाम पर कुछ ऐसा दिखा जैसे किसी गंदी नाली का पानी उसमें मिला दिया गया हो। उन्होंने इस पूरी घटना का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। यह वीडियो देखते ही पूरे इलाके में हलचल मच गई। लोग सवाल करने लगे कि BDF जैसा ब्रांड, जो खुद को गुणवत्ता का प्रतीक बताता है, ऐसी घिनौनी लापरवाही कैसे कर सकता है।

पहले दूध फटा, अब लस्सी सड़ी…..कंपनी की पुरानी करतूतें भी सामने आईं

यह पहली बार नहीं है जब BDF की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं। इससे पहले भी उनके दूध में खराबी की शिकायतें आई थीं। ग्राहक अक्सर शिकायत करते थे कि उनका दूध फट जाता है। लेकिन BDF की नीति साफ थी- ना कोई माफी, ना कोई वापसी।

डिस्ट्रीब्यूटर ने माना 9 डब्बे वापस आए : गंदगी की पुष्टि

BDF के स्थानीय डिस्ट्रीब्यूटर जयसिंह ने स्वीकार किया कि 9 डिब्बे वापस आ चुके हैं। इनमें से 3 डिब्बों को खोलने पर गंदगी और कीड़े मिले। इन डिब्बों को कंपनी के जगदलपुर मुख्यालय भेज दिया गया है। जयसिंह ने यह भी बताया कि खाद्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर लस्सी के 2 डिब्बे सैंपल के रूप में लिए हैं। खाद्य निरीक्षक ने कहा, हमें शिकायत मिली है कि लस्सी का रंग बदला हुआ है और उसमें कीड़े हैं। सेम्पल भेज दिया है, रिपोर्ट के आधार पर कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।

BDF का शर्मनाक बयान : वीडियो फेक है!

अपनी गलती मानने और जनता से माफी मांगने की बजाय, BDF ने सफाई के नाम पर एक वीडियो जारी किया। वीडियो में कंपनी ने आरोप लगाया कि यह पूरी घटना उनके खिलाफ “साजिश” है। BDF के प्रतिनिधि ने कहा, “यह वीडियो पूरी तरह से फेक है। हमारी कंपनी आपके स्वास्थ्य के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसा हमारे प्रोडक्ट्स में कुछ भी नहीं हो सकता। यह हमारी छवि खराब करने का एक झूठा प्रयास है।” लेकिन BDF के इस दावे पर सवाल खड़े हो रहे हैं. अगर वीडियो फेक था, तो 9 डिब्बे क्यों लौटाए गए?……..खाद्य विभाग ने सैंपल क्यों लिए?…….पहले दूध खराब होने की शिकायतों पर कंपनी ने चुप्पी क्यों साधी थी?

अब और नहीं सहेंगे लापरवाही… उपभोक्ता

दंतेवाड़ा के लोग अब BDF के खिलाफ खुलकर नाराजगी जता रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं। लोग सवाल कर रहे हैं कि एक कंपनी जो अपने प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता की इतनी बुरी तरह से अनदेखी कर रही है, उसे अब तक सजा क्यों नहीं मिली?

कंपनी के लिए चेतावनी…. बस्तर डेयरी फर्म (BDF), अब झूठ और नहीं……..

वायरल वीडियो को देख यूजर लिख रहे है कि, BDF तुम्हारा “फेक वीडियो” का झूठ अब जनता नहीं खरीदेगी। यह साफ है कि तुमने अपनी लापरवाही से दंतेवाड़ा के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया है। अगर तुम्हारे प्रोडक्ट्स में सुधार नहीं हुआ और जनता से माफी नहीं मांगी, तो तुम्हारा कारोबार दंतेवाड़ा ही नहीं, पूरे बाजार से गायब हो जाएगा।

Kavi Sinha

संपादक, द दंतेवाड़ा फाइल्स

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