अपनी कमियां छुपाने बीडीएफ पत्रकारों पर लगा रहा गलत आरोप

दंतेवाड़ा। बस्तर डेयरी फार्म के उत्पादों में कीड़े मिलने का मामला अब तुल पकड़ता जा रहा है। गुरूवार को दंतेवाड़ा शहर के एक दुकान से लस्सी रखरीदने गए एक ग्राहक ने जब लस्सी के पैकेट का रैपेर हटाया तो उसमें कीड़े निकलने लगे। जिसकी शिकायत दुकानदार ने बीडीएफ के एजेंसी संचालक से की। शिकायत मिलने के बादा आनन-फानन में एजेंसी संचालक ने सभी उत्पादों को हटवा लिया। वहीं शिकायत पर पहुंचे खाद्य विभाग की टीम ने उत्पादों को जप्त कर जांच के लैब भेज दिया है।
इस मामले को अभी दो दिन भी नहीं हुए थे और बस्तर डेयरी फार्म के संचालक ने आरोप लगाते हुए कहा कि द्वेषपूर्ण भावना में आकर पत्रकारों ने यह कार्रवाई करवाई है। इस संबंध में खबर भी प्रकाशित करवाई गई है। बीडीएफ के संचालक की ओर से आरोप लगाया गया है कि पत्रकारों द्वारा लस्सी के पैकेट में सीरिंज से कीड़ों को इंजेक्ट किया गया है। उन्होंने दावा किया है कि बीडीएफ के प्रोडक्टों की चार चरणों में जांच की जाती है। बीडीएफ की ओर से लगाए गए इस आरोप को लेकर दंतेवाड़ा जिले के पत्रकारों में रोष व्याप्त है। पत्रकारों ने कहा कि बीडीएफ अपनी नाकामी छुपाने पत्रकारों पर आरोप मढ़ रहा है। इससे पहले भी बीडीएफ के उत्पादों में कीड़े निकलने की शिकायत आ चुकी है। जिस दुकान में लस्सी बेची जा रही थी उसी दुकानदार ने मीडिया में अपना बयान दिया है। लस्सी में कीड़े निकलने का वीडिय़ों भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ है, जिसे देखकर लगता नहीं कि सीरिंज से उसे इंजेक्ट किया जा सकता है क्योंकि उस लस्सी का कलर ही पूरी तरह बदल चुका है। पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि बीडीएफ अपनी व्यवस्थाओं को सुधारने के जगह पत्रकारों को धमकी देने से बाज नहीं आ रहा है। इस मामले को लेकर पत्रकारों की बैठक सोमवार को आयोजित हो सकती है ऐसे संकेत मिल रहे, जिसमें कलेक्टर, एसपी को ज्ञापन देकर पत्रकार बीडीएफ के उत्पादों को दंतेवाड़ा जिले में बंद करने व संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग रख सकते हैं।