72 घंटे के ऑपरेशन में 8 माओवादी ढेर

ऑपरेशन जलशक्ति के तहत दंतेवाड़ा, नारायपुर, बस्तर के सुरक्षा बलों की संयुक्त ऑपरेशन
दंतेवाड़ा। पुलिस लाईन कारली में आज डीआईजी कमलोचन कश्यप, दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय, नारायणपुर एसपी प्रभात एवं डीएसपी राहुल उइके द्वारा पत्रकार वार्ता ली गई। इस वार्ता में डीआईजी कमलोचन कश्यप ने बताया कि रेकावाया के जंगल में प्रतिबंधित भाकपा माओवादियों के माड़ डिवीजन एवं पूर्वी बस्तर डिवीजऩ के अंतर्गत इंद्रावती एरिया कमेटी के दीपक, कमलाकर, सपना उर्फ सपनक्का, प्लाटून नंबर 16 का कमांडर मल्लेश के साथ 50-60 सशस्त्र माओवादियो की उपस्थिति की आसूचना पर उप पुलिस अधीक्षक राहुल उइके, आशीष नेताम एवम नारायणपुर से उप पुलिस अधीक्षक प्रशांत देवांगन की नेतृत्व में दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बस्तर जिले के डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के साथ एसटीएफ की संयुक्त टीम नक्सल उन्मूलन अभियान पर निकली थी।
सुबह लगभग 11 बजे गश्त के दौरान सुरक्षा बलों पर नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू की। जवानों ने भी मुस्तैदी से मोर्चा संभाला और नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ के बाद कार्डन एवम सर्च की कार्यवाही के दौरान घटनास्थल से 8 वर्दीधारी माओवादियों, जिसमें 4 महिला, 4 पुरुष माओवादी शामिल थे। शव के साथ, 1 नग 303, 1 नग 315 बंदूक, 2 नग 12 बोर, तीर बम, 2 कुकर बम, वायरलेस सेट, बैटरी, माओवादी वर्दी, इलेक्ट्रिक वायर, प्रतिबंधित माओवादी संगठन के प्रचार प्रसार की सामग्री, पि_ू, 400 जोड़ी चप्पल, सिलाई मशीन समेत अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई। भारी मात्रा में डंप का सामान वही सुरक्षा बल द्वारा नष्ट किया गया। इस मुठभेड़ में कई माओवादी घायल भी हुए हैं जिन्हे उनके साथी माओवादी घने जंगल और पहाड़ों का फायदा उठाकर ले जाने में सफल हुए। पुलिस टीम की वापसी के दौरान सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से माओवादियों ने 15 किलो का आईईडी प्लांट किया था, जिसे सुरक्षा बलों के द्वारा सुरक्षित रूप से मौके पर नष्ट किया गया व माओवादी घेराबंदी में स्वयं को फंसता देखकर बचने के लिए माओवादियो ने वर्दी बदलकर सिविल कपड़े पहन लिए। घेराबंदी के समय कुछ संदेहियों को पकड़ कर पूछताछ करने एवम अग्रिम कार्यवाही के लिए जिला मुख्यालय लाया जा रहा है। घटना करीब 72 घंटे चली।