नगद भुगतान में दंतेवाड़ा की अनेदखी, ग्रामीण परेशान

सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर को नगद भुगतान की सौगात, दंतेवाड़ा छूटा
दंतेवाड़ा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुकमा, बीजापुर और नारायपुर जिलों में तेंदूपत्ता संग्राहकों को पारिश्रमिक राशि का नगद भुगतान करने के निर्देश दिए है। जिसके परिपालन में तीनों जिलों में नगद भुगतान हेतु आदेश भी जारी हो गया है। नगद भुगतान वाले जिलों में दंतेवाड़ा का नाम नहीं आने से दुरस्त अंचलों के ग्रामीणों का मासूसी का माहौल है।
दंतेवाड़ा जिले में बहुत से पंचायतें ऐेसी हैं जहां के ग्रामीणों का खाता बैकों में नहीं है, जिससे उन्हें पारिश्रमिक मिलने में दिक्कत होती है। जिले में कटेकल्याण, कुआकोण्ड़ा, गीदम के नदी उस पार के क्षेत्रों में निवासरत ग्रामीणों के पास बैंक खाते तो दूर की बात आधार कार्ड तक नहीं है। पिछले सरकार में पूर्व विधायक देवती महेन्द्र कर्मा व जिला पंचायत अध्यक्ष तुलिका कर्मा की पहल से जिले में नगद भुगतान की व्यवस्था की गई थी, जिससे ग्रामीणों को समय पर उनका पारिश्रमिक मिल गया था। कटेकल्याण क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया जल्द ही दंतेवाड़ा जिले नगद भुगतान शुरू करने विधायक चैतराम अटामी को ज्ञापन दिया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि नगद भुगतान योजना में दंतेवाड़ा जिले का नाम नहीं आना समझ से परे है। जिले के कई गांव बैकों से कई मिल दूर हैं। सबसे ज्यादा कटेकल्याण व गीदम नदी उसपार वाले ग्रामीणों को पारिश्रमिक के लिए मेहनत करनी पड़ेेगी।